मन का विश्वास !
लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती
कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती |
नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है ,
चढ़ती दीवारों पर , सौ बार फिसलती है |
मन का विश्वास रगो मै साहस भरता है ,
चढ़कर गिरना , गिरकर चढ़ना न अखरता है |
आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती ,
कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती |
डुबकियां सिंधु मे गोताखोर खुब लगाता है ,
जा जा कर खाली हाथ लौटकर आता है |
मिलते नहीं सहज हीं मोती पानी मे ,
बढ़ता दुगुना उत्साह इसी हैरानी मे |
मुट्ठी उसकी हर बार खली नहीं होती,
कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती |
असफलता एक चुनौती हे ,इसे स्वीकार करो ,
क्या कमी रह गयी , देखो और सुधार करो |
जब तक सफल न हो ,नींद चैन को तयागो तुम ,
संघर्ष का मैदान छोड़कर मत भागो तुम |
कुछ किये बिना ही जय जयकार नहीं होती,
कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती |
-हरिवंशराय बच्चन
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